याद किया है तुम्हे  

Posted by: Morpankh
10
Feb

आदतन तुमने कर दिए
आदतन हमने ऐतबार
किया
तेरी राहों में बारहा रुक कर
हमने अपना ही इंतज़ार किया

अब ना माँगेगे ज़िंदगी या रब
ये गुनाह हमने एक बार किया